Bihar Desi Gaupalan Protsahan Yojana 2023 || बिहार देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना आवेदन कैसे करे
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अगर आप भी गौपालन करते है या आपको गौपालन करना है तो आप इस योजना के तहत मिलने वाले लाभ किस तरह से प्राप्त कर सकते है इसके लिए यहा दी गई जानकारी विस्तार से पढ़े जिसमे Bihar Desi Gaupalan Protsahan Yojana Registration Form , Bihar Desi Gaupalan Protsahan Yojana benefites List, बिहार देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना आवेदन दस्तावेज , पात्रता , फॉर्म पीडीऍफ़ डाउनलोड आदि के लिए देखे

बिहार देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना 2023
Bihar Desi Gaupalan Protsahan Yojana 2023 :- दूध का उत्पादन बढ़ाने के लिए बिहार सरकार तरह तरह के पर्यास कर रही है साथ में पशु पालन को बढ़ावा देना बहुत महत्पूर्ण है इसी लिए प्रोत्साहन के माध्यम से किसानो व पशु पालको को देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना में लाभ देकर इन्हें दूध व पशु पालन को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है जिसमे बिहार का कोई भी किसान बेरोजगार या पशु पालन का इन्छुक व्यक्ति देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना का लाभ प्राप्त करके पशु पालन शुरू कर सकता है नागरिको के पास पैसे की कमी के कारण पशु पालन करना मुश्किल होता है इसी लिए देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना से सहायता प्राप्त कर सकेंगे
Desi Gaupalan Protsahan Yojana से न केवल राज्य में रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे बल्कि देशी गायों की संख्या में भी वृद्धि होगी। क्योंकि आज बिहार राज्य में देशी गायों की संख्या बहुत कम हो गई है, ऐसे में इस योजना के माध्यम से न केवल देशी गायों की संख्या में वृद्धि होगी. बल्कि पौष्टिक दूध का उत्पादन भी बढ़ेगा. बिहार देशी गौपालन प्रोत्साहन योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। तभी उन्हें इस योजना का लाभ मिल सकेगा.
देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य
Objective of Desi Gopalan Protsahan Yojana :- बिहार सरकार कई उदेश्य के साथ देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना को शुरू कर रही है जिसमे रोजगार दूध उत्पादन में वर्धि, पशुओ की घटती संख्या को रोकना व देशी गायो के पालन में वर्धि करना आदि कई उद्देश्य जो इस एक योजना के माद्यम से इन कुछ हद तक समाधान होगा बिहार के मुख्यमंत्री के अनुसार पशु पालको की संख्या में वर्धि होगी साथ में पशुओ की घटती संख्या बढ़ेगी और दूध उत्पादन में वर्धि होगी और लोगो को रोजगार भी मिलेगा साथ में किसानो को भी इसमें कई तरह के फायदे होगे इसी लिए बिहार में देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना शुरू की गई जिसमे लोगो योजना का लाभ देकर प्रोत्साहित किया जायगा
overview Bihar Desi Gaupalan Protsahan Yojana 2023
योजना का नाम | बिहार देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना |
विभाग | ( पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ) डेयरी विभाग बिहार सरकार |
योजना का लाभ | 75 % तक अनुदान के साथ 10 लाख रुपए तक का अनुदान दिया जाएगा |
उद्देश्य | दूध उत्पादन व गोपालन को बढ़ावा देना और रोजगार उपलब्ध करना |
अनुदान राशि | 75% तक का अनुदान |
पात्रता | बिहार राज्य के किसान , पशु पालक, बेरोजगार को पशु पालन के इन्छुक है जिनकी वर्षिक आय 2 से कम है |
आवेदन | ऑनलाइन |
दस्तावेज | आधार कार्ड , राशन कार्ड , पैन कार्ड , बैंक खाता , मोबाइल नंबर , पासपोर्ट साइज़ फोटो |
ऑफिसियल वेबसाइट | https://dairy.bihar.gov.in/ |
हेल्पलाइन नंबर | 0612 - 2202556 |
बिना एटीम कार्ड के यूपीआई आईडी केसे बनाये
Benefits and features of Deshi Gaupalan Protsahan Yojana 2023
- इस योजना के तहत सुदूर पूर्वी वर्ग, वर्ग जनजाति के नागरिकों को 75% सब्सिडी दी जाती है।
- राज्य के नागरिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए देशी गोपालन प्रोत्साहन योजना शुरू की गई है।
- इस योजना के माध्यम से स्वदेशी किसानों को पोषित करने और स्थापित करने के लिए सरकार द्वारा धन उपलब्ध कराया जाएगा।
- इस योजना के तहत बिहार सरकार की ओर से 10 लाख रुपये तक का अनुदान दिया जाएगा.
- वहीं सामान्य वर्ग के नागरिकों को 40% का अनुदान दिया जाएगा.
- यह अनुदान राशि सरकार द्वारा डीबीटी के माध्यम से सीधे ग्राहक के बैंक में जमा की जाएगी।
- राज्य सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से लोगों को देशी व्यापारियों को चलाने की अनुमति दी गई है।
- इस योजना से राज्य में शुद्ध एवं सूक्ष्म उत्पादों की विकास दर में वृद्धि होगी।
- देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना 2023 के माध्यम से राज्य में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
- बिहार सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत आवेदन केवल ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से ही स्वीकार किये जायेंगे।
- देशी गोपालन प्रोत्साहन योजना पूरे प्रदेश में लागू की गई है। ताकि अधिक से अधिक सचिवालय नेशनल को रोजगार मिल सके।
- यह योजना किसानों की आय बढ़ाने में मदद करेगी।
- साथ ही साथ इनकी आर्थिक स्थिति भी बेहतर हो सकती हैं।
बिहार देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना को समझना:
बिहार देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना, जिसे बिहार स्वदेशी मवेशी प्रजनन प्रोत्साहन योजना के रूप में भी जाना जाता है, देशी मवेशियों की नस्लों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी पहल है। कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण बिहार में किसानों और पशुपालकों के जीवन स्तर को बढ़ाते हुए डेयरी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है।
आधार कार्ड हेल्पलाइन नंबर
बिहार देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना की मुख्य विशेषताएं
- वित्तीय प्रोत्साहन: योजना के तहत, किसानों और पशुपालकों को स्वदेशी मवेशी नस्लों के पालन और रखरखाव के लिए वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान किया जाता है। ये प्रोत्साहन चारे, स्वास्थ्य देखभाल और मवेशी प्रबंधन से संबंधित अन्य खर्चों को कवर करने में मदद करते हैं।
- प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण: सरकार किसानों को मवेशियों के लिए उचित पोषण, प्रजनन और स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन सहित आधुनिक डेयरी खेती प्रथाओं के बारे में शिक्षित करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम और कार्यशालाएं आयोजित करती है।
- मवेशी विकास केंद्रों की स्थापना: सरकार स्वदेशी मवेशियों के लिए प्रजनन, कृत्रिम गर्भाधान और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए उन्नत सुविधाओं से सुसज्जित मवेशी विकास केंद्रों की स्थापना करती है।
- महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करना: यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को डेयरी-आधारित उद्यमिता में सक्रिय रूप से भाग लेने, महिला सशक्तिकरण और आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करती है।
- जैविक खेती को बढ़ावा देना: स्वदेशी मवेशियों की नस्लें जैविक खेती को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं क्योंकि वे प्राकृतिक खाद प्रदान करते हैं, जिससे रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम होती है।\
इस योजना के तहत मिलने वाले लाभ || Benefits available under this scheme
क्रमांक | योजना के अवयव | लागत मूल्य रुपए में | विभागीय अनुदान की राशि रुपए में | ||
2 देशी गाय/हिफर | 2,42,000/- | 1,81,500/- | 1,21,000/- | ||
4 देशी गाय/हिफर | 5,20,000/- | 3,90,000/- | 2,60,000/- | ||
सभी वर्गों के लिए | |||||
15 देशी गाय/हिफर | 20,20,000/- | 8,08,000/- | |||
20 देशी गाय/हिफर | 26,70,000/- | 10,68,000/- | |||
देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना की पात्रता || Eligibility for Desi Cow Husbandry Promotion Scheme
- देशी गौपालन प्रोत्साहन योजना के तहत आवेदन करने के लिए आवेदक को बिहार का निवासी होना चाहिए।
- इस योजना के अंतर्गत सभी वर्ग के बेरोजगार नागरिक आवेदन करने के पात्र होंगे।
- राज्य के पशुपालक एवं किसान भी इस योजना के पात्र होंगे।
- अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अत्यंत पिछड़ा वर्ग के नागरिक आवेदन करने के पात्र होंगे।
- डेयरी स्थापित करने के लिए आवेदक के पास 5 से 10 कट्ठा जमीन होनी चाहिए.
- आवेदक के पास दुग्ध उत्पादन समिति का सदस्यता प्रमाण पत्र होना चाहिए।
- आवेदक का बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए।
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Required documents for indigenous cow rearing promotion scheme || देशी गौपालन प्रोत्साहन योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- पहचान पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- परियोजना लागत की प्रति
- जमीन के दस्तावेज
- बैंक डिफॉल्टर नहीं होने का शपथ पत्र
- संबंधित क्षेत्र में प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र
- बैंक खाता विवरण
- मोबाइल नंबर
Bihar Desi Gaupalan Protsahan Yojana registration kaise kare || बिहार देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना रजिस्ट्रेशन कैसे करे
यहा बताए गए तरीके से आप बिहार देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना के लिए ऑनलाइन व ऑफलाइन योजना के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते है व योजना का लाभ प्राप्त कर सकते है बिहार dairy department की वेबसाइट के माध्यम से आप योजना के लिए जानकारी प्राप्त करके इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते है बिहार देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना का पंजीयन फॉर्म भरने के लिए आप सबसे पहले इन स्टेप को फॉलो कर सकते है
- सबसे पहले आपको योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा।

- होम पेज पर आपको आवेदन के लिए Login करें के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- क्लिक करते ही आपके सामने लॉगिन पेज खुल जाएगा।
- अब आपको इस पेज पर अपना मोबाइल नंबर यूजर नेम और पासवर्ड दर्ज करना होगा।
- इसके बाद आपको दिया गया कैप्चा कोड दर्ज कर नया पंजीकरण के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।

- जैसे ही आप क्लिक करेंगे आपके सामने Registration Form खुल जाएगा।
- अब आपको रजिस्ट्रेशन फॉर्म में मांगी गई सभी आवश्यक जानकारी को दर्ज करना होगा। जैसे आपका नाम, पिता या पति का नाम, जन्मतिथि, लिंग, जिला, ब्लॉक, पंचायत और गांव का चयन करना होगा।
- इसके बाद आपको अपना आधार नंबर और मोबाइल नंबर दर्ज कर Send OTP के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद आपके द्वारा दर्ज किए गए मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा। जिसे आपको ओटीपी बॉक्स में दर्ज करना होगा।
- इसके बाद आपको Login के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- लॉगिन करने के बाद आपके सामने फिर से एक नया पेज खुल जाएगा।
- अब आपको इस पेज पर मांगी गई जानकारी को दर्ज करना होगा।
- इसके बाद आपको मांगे गए सभी दस्तावेजों को स्कैन कर अपलोड करना होगा।
- अंत में आपको Submit के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- इस प्रकार आपकी आवेदन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
Bihar Desi Gaupalan Promotion Yojana registration
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ: पहला कदम बिहार सरकार या योजना को लागू करने के लिए जिम्मेदार संबंधित विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। "बिहार देसी गौपालन संवर्धन योजना" से संबंधित विशिष्ट पृष्ठ या अनुभाग देखें।
- देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना विवरण पढ़ें: वेबसाइट पर, आपको योजना के बारे में व्यापक जानकारी मिलनी चाहिए, जिसमें इसके उद्देश्य, पात्रता मानदंड, लाभ और पंजीकरण प्रक्रिया शामिल है। पंजीकरण के साथ आगे बढ़ने से पहले सभी विवरणों को पढ़ना और समझना सुनिश्चित करें।
- देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना पात्रता जांचें: सुनिश्चित करें कि आप योजना द्वारा निर्धारित पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं। पात्रता मानदंड में बिहार का निवासी होना, मवेशी पालन में शामिल होना और स्वदेशी मवेशी नस्ल का मालिक होना जैसे कारक शामिल हो सकते हैं।
- देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना आवश्यक दस्तावेज़ एकत्र करें: पंजीकरण प्रक्रिया के आधार पर, आपको अपने आवेदन का समर्थन करने के लिए विशिष्ट दस्तावेज़ एकत्र करने की आवश्यकता हो सकती है। आम तौर पर आवश्यक दस्तावेजों में पहचान प्रमाण, पते का प्रमाण और मवेशी स्वामित्व से संबंधित दस्तावेज शामिल हैं।
- स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करें: यदि आपको वेबसाइट पर विशिष्ट जानकारी नहीं मिल पा रही है या कोई प्रश्न है, तो स्थानीय अधिकारियों या योजना को लागू करने के लिए जिम्मेदार विभाग से संपर्क करने पर विचार करें। उन्हें पंजीकरण प्रक्रिया में आपका मार्गदर्शन करने और आपको आवश्यक कोई भी सहायता प्रदान करने में सक्षम होना चाहिए।
- देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना आवेदन जमा करें: एक बार जब आप सभी आवश्यक जानकारी और दस्तावेज एकत्र कर लें, तो बिहार देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना के लिए अपना आवेदन जमा करने के लिए वेबसाइट पर या अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।
FQAs - Bihar Desi Gaupalan Protsahan Yojana 2023
Q: बिहार देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना क्या है?
उत्तर: बिहार देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना, जिसे बिहार स्वदेशी मवेशी प्रजनन प्रोत्साहन योजना के रूप में भी जाना जाता है, बिहार सरकार की एक पहल है जिसका उद्देश्य स्वदेशी मवेशी नस्लों को बढ़ावा देना और संरक्षित करना है। यह योजना डेयरी क्षेत्र को बढ़ावा देने, ग्रामीण आजीविका को सशक्त बनाने और पारंपरिक किसानों और पशुपालकों को समर्थन देने पर केंद्रित है।
Q: बिहार देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना के उद्देश्य क्या हैं?
उत्तर: योजना के मुख्य उद्देश्यों में स्वदेशी मवेशी नस्लों का संरक्षण, वैज्ञानिक प्रजनन तकनीकों के माध्यम से डेयरी उत्पादकता में वृद्धि, डेयरी आधारित आजीविका के माध्यम से ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाना और संबंधित क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करना शामिल है।
Q: बिहार देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना से लाभ पाने के लिए कौन पात्र है?
उत्तर: ग्रामीण बिहार में किसान और पशुपालक जो साहीवाल, लाल सिंधी और गिर जैसी देशी मवेशी नस्लों का पालन करते हैं, वे इस योजना से लाभ उठाने के पात्र हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को डेयरी आधारित उद्यमिता में भाग लेने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाता है।
Q: बिहार देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना के तहत क्या वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान किए जाते हैं?
उत्तर: यह योजना किसानों और पशुपालकों को स्वदेशी मवेशियों की नस्लों के पालन और रखरखाव के लिए वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करती है। ये प्रोत्साहन चारा, स्वास्थ्य देखभाल और प्रजनन सहित मवेशी प्रबंधन से संबंधित खर्चों को कवर करने में मदद करते हैं।
Q: किसान और पशुपालक बिहार देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना के लिए पंजीकरण कैसे कर सकते हैं?
उत्तर: योजना से लाभान्वित होने के इच्छुक किसान और पशुपालक बिहार सरकार या योजना को लागू करने के लिए जिम्मेदार संबंधित विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। वे पंजीकरण प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं और लाभ के लिए आवेदन करने के लिए आवश्यक दस्तावेज जमा कर सकते हैं।
Q: क्या बिहार देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना के तहत कोई प्रशिक्षण कार्यक्रम पेश किया जाता है?
उत्तर: हां, इस योजना में किसानों के लिए प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रम शामिल हैं। ये कार्यक्रम उन्हें डेयरी उत्पादकता बढ़ाने के लिए आधुनिक डेयरी फार्मिंग प्रथाओं, उचित पोषण, पशु प्रजनन और स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन पर शिक्षित करते हैं।
Q: योजना द्वारा स्थापित पशु विकास केंद्रों के अंतर्गत क्या सुविधाएं प्रदान की जाती हैं?
उत्तर: योजना के तहत स्थापित मवेशी विकास केंद्र मवेशी प्रजनन, कृत्रिम गर्भाधान और स्वदेशी मवेशियों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं के लिए उन्नत सुविधाओं से लैस हैं। ये केंद्र किसानों और पशुपालकों को बहुमूल्य संसाधन और सहायता प्रदान करते हैं।
Q: बिहार देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना ने ग्रामीण आजीविका को कैसे प्रभावित किया है?
उत्तर: इस योजना ने डेयरी आधारित उद्यमिता को बढ़ावा देकर ग्रामीण आजीविका पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। इसने किसानों और पशुपालकों के लिए आय के अतिरिक्त स्रोत प्रदान किए हैं, शहरी क्षेत्रों में प्रवासन को कम किया है और ग्रामीण समुदायों की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों में सुधार किया है।
Q: क्या बिहार देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना एक चालू योजना है?
उत्तर: सितंबर 2021 में मेरे आखिरी अपडेट के अनुसार, बिहार देसी गोपालन प्रोत्साहन योजना बिहार सरकार द्वारा एक चालू पहल थी। हालाँकि, योजना की स्थिति और अपडेट की नवीनतम जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों से सत्यापन करना आवश्यक है।
Q: क्या योजना टिकाऊ कृषि पद्धतियों में योगदान दे सकती है?
उत्तर: हां, यह योजना देशी मवेशियों की नस्लों के संरक्षण का समर्थन करके टिकाऊ कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देती है। मवेशियों की ये नस्लें जैविक खेती में योगदान देती हैं क्योंकि वे प्राकृतिक खाद प्रदान करती हैं, रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम करती हैं और पर्यावरण-अनुकूल कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देती हैं।